जीवक आयुर्वेदा द्वारा वायरस से लड़ने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय
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कोरोना से मुकाबले के लिए जीवक आयुर्वेदा के विशेषज्ञो द्वारा करक्यूमिन, पिपरसीन ,गिलोय ,अश्वगंधा, अमलकी ,तुलसी ,दारूहल्दी ,व अन्य कई आयुर्वेदिक दवाई के अनुपातिक मिश्रण से रोगों के संक्रमण से लड़ने दवा तैयार कर रहा है। जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं। कोरोना का किसी भी पद्धति में कोई इलाज नहीं है, इसलिए मानना है कि इस प्रकार के उपाय से संक्रमण से बचाव में मदद मिल सकती है। आयुष विशेषज्ञों का दावा है कि आयुर्वेद की तमाम सुगंधित जड़ी-बूटियों में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की क्षमता है।
ऐसे कई फार्मूले हैं जिनके इस्तेमाल से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा हो सकता है। कुछ घरेलु फार्मूले गिलोय, अश्वगंधा, दालचीनी, लौंग, काली मिर्च आदि से बने हैं, वे प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करते हैं।
ये उपाय सामान्य सूखी खांसी और गले में खराश का इलाज करते हैं
पुदीना के पत्तों या अजवाइन के साथ एक बार भाप लिया जा सकता है।
सेंधा नमक पानी को हल्का गुनगुना करके गरारे कर सकते है।
- नाक का अनुप्रयोग: सुबह-शाम नाक में तिल का तेल, नारियल का तेल या घी लगायें।
- ऑयल पुलिंग थेरेपी: एक चम्मच तिल या नारियल के तेल को दो मिनट तक मुंह में रखें और थूक दें। फिर गर्म पानी से कुल्ला करें।
तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ और मुनक्का से बना काढ़ा/ हर्बल टी दिन में दो बार लें। आवश्यक हो तो स्वाद के अनुसार गुड़ या ताजा नींबू का रस मिलाएं।
गोल्डन मिल्क -150 मिली गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी पाउडर-दिन में एक या दो बार लें।
प्रतिदिन सुबह 1 चम्मच च्यवनप्राश लें। मधुमेह रोगियों को शुगर फ्री च्यवनप्राश लेना चाहिए।